दिव्य अस्त्र की खोज गरुड़ राजकुमार अग्रज, इच्छाधारी नाग तिमिर एवं शक्तिशाली राक्षस दुधुम्बी को आमने-सामने ले आती है। इसके उपरांत इन तीनों के मध्य अस्त्र को हासिल करने की जंग छिड़ जाती है। लेकिन वे अकेले नहीं हैं जिनकी दृष्टि दिव्य अस्त्र पर है। अंधकार के गर्भ में स्थित एक तामसिक शत्रु घात लगाए बैठा है जो दिव्य अस्त्र को हथियाना चाहता है। किंतु नियति की अपनी अन्य योजनाएँ हैं, जब दो छोटे बच्चे रिंकी और समीर अनजाने में इस शक्ति-संघर्ष के बीच उलझ जाते हैं तो खेल का स्वरूप पूरी तरह से बदल जाता है। दिव्य अस्त्र पर नियंत्रण पाने में कौन सफल होगा? क्या अंततः मानव-जाति का युग समाप्त हो जाएगा और ब्रह्मांड पर एक नए दिव्य युग का उदय होगा? या मानवता अपनी नियति स्वयं अपने कर्मों से निर्धारित करेगी?
जानने के लिए पढ़ें, अभूतपूर्व नई श्रृंखला दिव्यकवच का यह ऐक्शन-पैक्ड द्वितीय अंक।