वार्निंग
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मैं प्रेम कहानियों का पुरज़ोर विरोध करता हूँ, बे यार, करूँ भी क्यों न! प्यार जितना दुनिया में दिखाया जाता है क्या उतना वाकई में होता भी है ! ये किताब जब पन्नो से सरसराते हुए, चेहरे पर प्यार के रंग बिखेर ही रही होती है कि अगले ही पल, पीठ तक पहुँच जाती है... तो महसूस होती है सिहरन- रीढ़ की हड्डियों में !
मुझे ऊपरवाले ने दुनिया में बैलेंस बनाने के लिए भेजा है (यह अलग बात है कि ऐसा सबको लगता है)। इस दौर में यह जो हर तरफ रोमांस का रेबीज़ फैला है और सब ज़ॉम्बी बने घूम रहे हैं...यह पाप है...पाप क्या मैं तो कहता हूँ लॉलीपॉप है! बस उसकी एंटीडोट बनाने में लगा हूँ। यह किताब पढ़कर एंटीडोट की सुई लगवाने के लिए वालंटियर किया उसके लिए शुक्रिया।
"इनकी खुद लव मैरिज हुई है।"
एक मिनट यह आवाज़ कहाँ से आई? मेरी किताब में मेरी लाइन के बीच कौन वेंडलिज़्म कर रहा है। अफ़वाह है यह! मेरी अरेंज मैरिज हुई है।
"हा हा हा..."
अरे, कोई सिस्टम ही नहीं है। एडिटर यह कौन सज्जन हैं...क्या परेशानी है इस सज्जन को?
Mohit Sharma
MRP: INR 150 | Pages: 147 | Anthology | Genre: Slice of Life
Tags: Books & Novels, Fly Dreams